गुरुदेव ने नव वर्ष वृहद् मंगलपाठ के अवसर पर श्रावक समाज को एक महत्त्वपूर्ण संदेश दिया। उन्होंने वर्ष 2025 में 25 बोल कण्ठस्थ करने, उसका अर्थ समझने, जीव-अजीव पुस्तक का स्वाध्याय करने और जिन्होंने पहले पुस्तक पढ़ी हैं, उन्हें दोबारा पढ़ने की प्रेरणा प्रदान की। इसी संदर्भ में संकाय ने ‘जीव अजीव कार्यशाला-2025’ का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य गुरुदेव की प्रेरणा को साकार करना और श्रावक समाज को जीव-अजीव के सिद्धांतों को समझने और अपनाने के लिए प्रेरित करना है।
इस कार्यशाला में अब तक 4000 से अधिक सदस्य 5 व्हाट्सऐप ग्रुपों से जुड़ चुके हैं। रजिस्ट्रेशन 17 जनवरी 2025 से शुरू हुए थे और स्वाध्याय 26 जनवरी 2025 से प्रारम्भ हुआ। इस कार्यशाला में अब तक 1800 रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं।
इस कार्यशाला के प्रायोजक श्रीमान डॉ. सुनील जी आंचलिया, USA हैं।
इस कार्यशाला के संयोजक श्रीमान राजेन्द्रजी बेंगानी, दुबई हैं।