परिचय
जैन विद्या परीक्षा समण संस्कृति संकाय, जैन विश्व भारती द्वारा आयोजित की जाती है जो भाग 1 से भाग 9 तक अलग-अलग क्लास वाइज होती है। जिसका पाठ्यक्रम जैन धर्म से संबंधित जानकारी मूलभूत सिद्धांत, इतिहास की जानकारी, तेरापंथ धर्म के बारे में जानकारी, धर्म संबंधित क्रियाकलाप, साधु -साध्वी की दिनचर्या जीवन शैली एवं श्रावको के करने हेतु धार्मिक क्रियाकलाप आदि की जानकारी होती है।
भाग 1 से भाग 9 तक आयोजित परीक्षा में प्रतिभागी को विषय रुचिकर एवं आकर्षक लगे इस हेतु पाठ्यक्रम सरल से जटिल की ओर इस आधार पर रखा गया है। यह परीक्षा प्रतिवर्ष आयोजित होती है। भाग 9 के पूर्ण होने पर सभी प्रतिभागी को विज्ञ उपाधि मोमेंटो प्रदान किया जाता है। भाग 1 से भाग 7 तक ऑनलाइन एग्जाम होता है जिसमें भाग 1 से भाग 4 तक परीक्षा घर अथवा किसी भी स्थान पर तथा भाग 5 से भाग 7 तक परीक्षा केंद्र पर जाकर दी जाती है। भाग 8 और भाग 9 ऑफलाइन परीक्षा केंद्र पर दी जाती है। जहां केंद्र व्यवस्थापक एवं अन्य पदाधिकारी परीक्षा की व्यवस्था करते हैं। परीक्षा में वरीयता सूची में आने वाले सभी परीक्षार्थियों को मोमेंटो से सम्मानित किया जाता है। जैन विद्या परीक्षा कोर्स भाग 1 से भाग 9 तक है, भाग 9 विज्ञ कहलाता है विज्ञ की उपाधि मोमेंटो प्रदान कर दी जाती है। सभी उत्तीर्ण प्रतियोगियों को प्रमाण पत्र दिया जाता है। विज्ञ एवं वरीयता प्राप्त प्रतिभागी को आचार्य महाश्रमण जी के सानिध्य में मोमेंटो से सम्मानित किया जाता है।
रजिस्ट्रेशन
जैन विद्या परीक्षा रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन किया जाता है। इसमें परीक्षार्थी अपना नाम केंद्र का नाम एवं अन्य डिटेल भरता है। इस प्रक्रिया के बाद उसे एक यूनिक एनरोलमेंट नंबर प्राप्त होता है जिससे वह परीक्षा दे सकता है। ऑनलाइन फॉर्म भरने में फीस की प्रक्रिया ऑनलाइन ही रहती है। सभी क्लास की क्लास वाइज फीस रहती है। भाग 1 भाग 1 2 भाग 1 से 4 के परीक्षार्थियों को नए एनरोलमेंट नंबर मिलते हैं जबकि अन्य परीक्षार्थीयों को अपने पूर्व के एनरोलमेंट नंबर टेक्स्ट कर आगे की परीक्षा का फॉर्म भरना होता है। पूर्वी की उत्तीर्ण परीक्षा के आधार पर ही वर्तमान परीक्षा का निर्धारण होता है। रजिस्ट्रेशन के बाद सभी परीक्षार्थियों को टेक्स्ट मैसेज के द्वारा संबंधित जानकारी पहुंचती है।