Aagam Manthan Competition

परिचय

समण संस्कृति संकाय द्वारा प्रतिवर्ष आगम मंथन प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। इस प्रतियोगिता का आधार ग्रंथ जैन धर्म का आगम ग्रंथ होता है मुनिश्री मनन कुमार जी के मार्गदर्शन में यह प्रतियोगिता ऑफलाइन एवं ऑनलाइन प्रारूप में आयोजित की जाती है। यह दो चरणों में संपन्न होती है। प्रथम चरण में ओपन बुक एवं ऑनलाइन प्रारुप रहता है। ओपन बुक प्रारुप में 300 प्रश्न रहते हैं जिसे ग्रंथ में से ढूंढ कर भरा जाता है। परीक्षा भारत एवं विदेश में संबोधि ऐप पर ऑफलाइन एवं ऑनलाइन पैटर्न में रहती है। ऑनलाइन परीक्षा में तकनीकी संयोजक श्री उमेश सेठिया का विशेष योगदान रहता है। प्रथम चरण में जो प्रतिभागी अधिकतम प्राप्तांक प्राप्त करते हैं , वो सभी द्वितीय चरण में प्रतिभागिता करते हैं। द्वितीय चरण के टॉपर प्रतिभागियों को पुरस्कार एवं सम्मान प्रदान किया जाता है। इस प्रतियोगिता के प्रायोजक भंवरलाल रायकंवरी बच्छावत विद्या विकास निधि कोष बेंगलुरु है। प्रतिवर्ष आचार्य महाश्रमण जी के सानिध्य में दीक्षांत समारोह में विजेता प्रतिभागियों का मोमेंटो व प्रमाणपत्र द्वारा सम्मान किया जाता है।

आगम मंथन प्रतियोगिता (वर्ष 2025)

  • आगम: अंतगडदसाओ
  • सहभाग पद्धति: ऑफलाइन/ऑनलाइन।
  • ऑफलाइन: अंतगडदसाओ पुस्तिका लेने के पश्चात, प्रश्न पुस्तिका उत्तर सहित अपनी जानकारी भरकर 'लाडनू कार्यालय' के पते पे 30 सितंबर 2025 तक भेजे ।
  • ऑनलाइन: अंतगडदसाओ पुस्तिका लेने के पश्चात, आपको पुस्तिका में बारकोड दिया गया है। इससे रजिस्ट्रेशन लिंक पर जाकर अपनी जानकारी भरें और अपना एनरोलमेंट नंबर प्राप्त करें। यह नंबर अपनी पुस्तिका पर भी नोट कर लें। और उत्तर पुस्तिका 15 सितंबर से 15 अक्टूबर 2025 तक संबोधि ऐप पर ऑनलाइन भरें।
  • पुरस्कार: ₹21000(प्रथम), ₹15000(द्वितीय), ₹11000(तृतीय), ₹1000(चतुर्थ) 7 प्रतिभागी , ₹500(पंचम) 20 प्रतिभागी ,तथा अन्य प्रतिभागियों को पुरस्कार स्वरूप सम्मूल्य सामग्री अथवा राशि दी जाएगी।
  • रजिस्ट्रेशन लिंक: Online Apply बारकोड द्वारा प्रविष्ट कीजिए ।
  • परीक्षा दिनांक : 2 अक्टूबर 2025 को SAMBODHI APP पर परीक्षा दी जा सकेगी।

विगत वर्ष परिणाम

विगत वर्ष 2024 में आगम मंथन प्रतियोगिता का आयोजन आगम ग्रंथ उत्तरज्झयणाणि के अध्याय (21 से 36) पर आधारित रहा। प्रथम चरण में 2611 प्रतियोगियों ने भाग लिया जिसमें 1600 प्रतिभागियों ने ऑनलाइन तथा 1011 प्रतिभागियों ने ऑफलाइन परीक्षा में भाग लिया। प्रतियोगियों में से वरीयता क्रम के आधार पर 600, 598 एवं 596 अंक प्राप्त करने वाले 861 प्रतियोगियों को द्वितीय चरण में प्रवेश दिया गया। द्वितीय चरण में 334 प्रतियोगियों ने ऑनलाइन परीक्षा दी जिसमें से टॉप प्रतियोगियों को पुरस्कार से सम्मानित किया गया। सभी विजेता प्रतियोगियांे का सम्मान दीक्षांत समारोह में आचार्य महाश्रमण जी के सानिध्य में किया जाएगा।

आगम मंथन प्रतियोगिता टीम

आगम मंथन प्रतियोगिता समण संस्कृति संकाय द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित की जाती है। इस प्रतियोगिता के संयोजक श्रीमान गौतम जी डागा, सह-संयोजिका मंगला जी कुंडलियां एवं हेमलता जी नाहटा है। प्रश्न पुस्तिका के प्रश्न एवं प्रचार प्रसार संबंधित कार्य आगम मंथन प्रतियोगिता टीम द्वारा किया जाता है। इस श्रृंखला में क्षेत्रीय स्तर पर आगम प्रभारी, आगम सहयोगी आदि अपना पूर्ण श्रम एवं योगदान देकर प्रतियोगिता को सफल बनाते हैं।

समण संस्कृति संकाय कार्यालय लाडनूं

समण संस्कृति संकाय द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता का कार्यालय से संबंधित कार्य लाडनूं जैन विश्व भारती स्थित कार्यालय में होता है। प्रतियोगिता संबंधित कार्य जैसे रजिस्ट्रेशन संबंधित, एनरोलमेंट संबंधित, भूल सुधार संबंधित, स्वाध्याय ग्रुप में जुड़ने हेतु, प्रचार प्रसार कार्य, परीक्षा संबंधित मॉक टेस्ट वेबसाइट पर अपडेट करना एग्जाम पेपर अपडेट करना परीक्षा परिणाम घोषित करना आदि कार्य लाडनूं कार्यालय द्वारा किए जाते हैं। संकाय टीम द्वारा निर्देशित नियमों को प्रतिभागियों तक संप्रेषित करने का कार्य कार्यालय द्वारा संपन्न होता है। समण संस्कृति संकाय टीम पदाधिकारीयों के मार्गदर्शन मे लाडनूं कार्यालय सफलतापूर्वक प्रतियोगिता का कार्य सम्पन्न करता है।